Thursday, November 21, 2024
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Mahasamund / नागिन डोंगरी, विशालकाय नागिन और भीम की लड़ाई मे नागिन के कई टुकड़े अवशेष बने पत्थर जो अब जुड़ते जा रहे है अवसेस का पूजा कर रहे है ग्रामीण!

Mahasamund / नागिन डोंगरी, विशालकाय नागिन और भीम की लड़ाई मे नागिन के कई टुकड़े अवशेष बने पत्थर जो अब जुड़ते जा रहे है अवसेस का पूजा कर रहे है ग्रामीण!छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले मे कई ऐसे रहस्य मई जगहे है जिनका पर्दा आज भी उठना बाकी है ऐसे ऐसे जगहे सामने आते रहते है इन पर यकीन कर पाना आज भी बड़ी मुश्किल होता है लेकिन प्राचिन काल के अवशेष ही एक मात्र ऐसा जरिया जिसको देख कर यह अंदाजा लगाया जा सकता है की हाँ यहां ऐसा घटना हुवा होगा वैसे तो महासमुंद जिले मे ऐसे ऐसे जगहे है जिनका इतिहास आज लोग नहीं जान पा रहे है या फिर जानने के लिए बैचैन है ऐसे जगहों मे है सिरपुर जहा बड़ी बड़ी प्राचिन इतिहास राज पर से परदे उठने बाकी है इन राजो के बारे फिर कभी……

नागिन डोंगरी महासमुंद जिले के बाग़बाहरा अंतर्गत एक गाँव है जूनवानी कला जानकरी के अनुसार यहां एक लम्बी चौड़ी पठार है और चंडी मंदिर के करीब है जहा विशालकाय काय नागिन स्वरूप एक लम्बी पत्थर है  जो कई टुकड़ो टुकड़ो मे बटा हुवा है स्थानीय ग्रामीणों के मान्यता के अनुसार घटना महाभारत काल का है जहाँ ज़ब पांचो पांडव वनवास के दौरान इस क्षेत्र मे भ्रमण कर रहे थे ग्रामीण बताते है पहले यह इलाका घनघोर जंगल था जो अब जंगल खत्म होते जा रहा है

ग्रामीणों के अनुसार इस इलाके मे एक विशालकाय नागिन रहता था जो जीव जंतुवो को शिकार करता था जिसकी भय से स्थानीय लोग बहुत ज्यादा परेशान थे बताया जाता है की एक बार ज़ब यह नागिन अपने एक शिकार आहार बनाने के लिए दौड़ाते दौड़ाते जूनवानी कला के  नागिन डोंगरी तक ले आया और फिर यही उस विशालकाय नागिन का सामना पांडवो से हुवा ग्रामीणों के मान्यताओ के अनुसार अर्जुन नकुल सहित बाकी पांडव विशालकाय नागिन को देखकर डर गए

 

वही भीम ने नागिन के साथ युद्ध चालू कर दिया और किसी हथियार यार ताबल से नागिन के सर को अलग कर दिया वही नागिन के कई टुकड़े कर दिए वही विशालकाय नागिन के टुकड़े पत्थरो मे तब्दील हो गए और वह अवशेष के टुकड़े अब धीरे धीरे जुड़ने लगे है वही नागिन के  सर को अब भी ग्रामीण पूजा करते आ रहे है ग्रामीणों के अनुसार नागिन डोंगरी मे ज़ब नागिन और भीम का युद्ध हुवा तो पठार भीम के पाँव और विशालकाय सर्प को घसीटने के निसान आज भी मौजूद है वही नागिन के सर को रखकर पूजा कर रहे है और मंदिर निर्माण का भी योजना चालू हैं

ग्रामीण बताते है नागिन पठार अब इतना फेमस हो चूका है की अब यहां फिल्मो की सूटिंग और दूर दूर से लोग नागिन के अवशेष को देखने आते है कई यु ट्युबर और ब्लागर भी बागबाहारा के जूनवानी कला गाँव पहुँच कर वीडियो बना रहे है!

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