बसना -: शासकीय कर्मचारि महिला को लाभ, महतारी वंदन योजना से पात्र गरीब महिलाएं वंचित,सरिता के नाम को सफेदा लगाकर जमा फार्म को गायब करने का सड़यंत्र बसना ब्लॉक अंतर्गत एक गरीब महिला क़ी महतारी वंदन योजना से नाम और फ़ार्म गायब कर दिया गया है और उसके बदले एक शासकीय कर्मचारी महिला को लाभ दिया गया मोदी की गारंटी के रूप में प्रचारित विष्णु देव साय सरकार की महतारी वंदन योजना में अंतिम सूची जारी होने के बाद जिम्मेदार लोगों द्वारा जमकर मनमानी करने का मामला सामने आने लगा है। जहां एक ओर पात्र गरीब वर्ग की पात्र महिलाएं इस योजना से वंचित किया जा रहा वहीं शासकीय सेवक में पदस्थ महिलाओं को लाभ पहुंचाया जा रहा है।
ऐसा ही एक मामला बसना विखं के सबसे बड़े गांव भंवरपुर में सामने आया है। जहां एक गरीब परिवार की सरिता श्रीवास का नाम महतारी वंदन योजना लाभार्थी सूची से गायब है तो वहीं शासकीय अस्पताल में नर्स के रूप में कार्यरत शासकीय कर्मचारी का नाम दर्ज है।
भंवरपुर निवासी राजकुमार श्रीवास ने लिखित शिकायत में बताया कि उनकी पत्नी श्रीमती सरिता श्रीवास द्वारा महतारी वंदन योजना शुरू होने के दूसरे ही दिन ग्राम पंचायत भंवरपुर में निर्धारित प्रारूप में आवेदन फार्म जमा किया गया था। फार्म जमा होने के बाद जब दावा आपत्ति के लिए सूची जारी हुई तो उसमें श्रीमती सरिता श्रीवास पति राजकुमार श्रीवास का नाम नहीं था। जिसके बाद श्रीवास दंपति ने ग्राम पंचायत भंवरपुर कार्यालय में संपर्क किया गया , जहां पंचायत सचिव द्वारा सूची में नाम है कहकर इन्हें गुमराह किया गया। इसके बाद सरिता श्रीवास के पति राजकुमार श्रीवास ने अपने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि हमारे पास एंट्री के लिए जितना फार्म आया था उसकी डाटा एंट्री हो चुकी है। फिर आवेदक द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ ग्राम पंचायत कार्यालय जाकर रजिस्टर में दर्ज आवेदकों की सूची देखने पर उसमें सरिता के नाम पर सफेदा लगाकर उनके जमा फार्म को गायब करने का कर दिया गया ।
तब एक बार फिर आनलाइन सूची ** में भी इनका नाम नहीं था। इसके बाद पंचायत सचिव भुवनेश्वर चौधरी से संपर्क करने पर आवेदक को कहा गया कि बाद में आपका स्वीकृति हो जाएगा। जबकि दावा आपत्ति पश्चात् अनंतिम सूची जारी हो चुका था। इस तरह विधानसभा चुनाव में गेम चेंजर साबित होने वाली भाजपा सरकार की महती योजना में भी जिम्मेदार लोगों द्वारा मनमानी करने से परहेज़ नहीं किया गया जबकि आगामी समय में लोकसभा चुनाव है जिसमें भाजपा कांग्रेस मुक्त छत्तीसगढ़ के लक्ष्य के साथ चल रही है । महतारी वंदन योजना के आनलाइन उपलब्ध अनंतिम सूची के अवलोकन से पता चला कि ग्राम पंचायत भंवरपुर द्वारा ऐसे लोगों का फार्म भी जमा कर लिया गया जो शासकीय कर्मचारी हैं। सूची के अनुसार आवेदन क्रमांक एमवीवाय 001668290 में दर्ज महिला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सह हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर भंवरपुर में पिछले कई वर्षों से शासकीय नर्स के रूप में पदस्थ है। अब सवाल यह है कि जब शासकीय कर्मचारी को महतारी वंदन योजना के अंतर्गत पात्र मानकर उसका आवेदन स्वीकृत किया गया है तो फिर एक सामान्य
गृहणी जिसके पति सेलून चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं उन्हें कैसे पात्र नहीं माना गया? जबकि महतारी वंदन योजना फार्म के साथ जमा किए जाने वाले स्व घोषणा पत्र में स्पष्ट कहा गया है कि आवेदक अथवा उसके परिवार का कोई भी सदस्य वर्तमान में भारत सरकार अथवा राज्य सरकार के शासकीय विभाग/उपक्रम/ मंडल/ स्थानीय निकाय में स्थायी/अस्थाई/ संविदा के प्रथम/द्वितीय/तृतीय वर्ग के अधिकारी/ कर्मचारी और आयकर दाता नहीं है ऐसी महिलाएं योजना अंतर्गत पात्र होंगी। बावजूद इसके ऐसे कितने अपात्र लोगों को पात्र मानकर उपकृत किया गया है और पात्र गरीब महिलाओं को अपात्र मानकर उनके हक पर डंडी मारी गई है यह व्यापक जांच का विषय है।
बताया जा रहा है कि अकेले ग्राम पंचायत भंवरपुर में ही जिम्मेदार कर्मचारियों की गंभीर लापरवाही के कारण सरिता श्रीवास की तरह अनेक पात्र महिलाओं को योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा।