Thursday, November 21, 2024
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सरायपाली -/ 2003 से अभी तक के विधायक और विधानसभा चुनाव के नतीजे के बारे में जानेंगे कि आखिर सरायपाली को किन किन पार्टियों से किनको टिकट मिला और कितने मतों से जीते और हारे ।

अभिवाजित मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ की बात करें तो बताया जाता है की सरायपाली विधानसभा सीट पर 10 बार कांग्रेस के कब्जे में रही है तो 3 बार बीजेपी लेकिन एक बार का जीता विधायक दूसरी बार नहीं बन सका है. लेकिन राज्य गठन के बाद दो बार बीजेपी और 2 बार कांग्रेस ने जीत हासिल की है

छत्तीसगढ़ सरायपाली हेमन्त वैष्णव 9131614309

छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले की सरायपाली विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. राज्य के गठन के बाद चार बार हुए विधानसभा चुनाव में दो बार बीजेपी और 2 बार कांग्रेस ने जीत हासिल की है. मौजूदा समय में यहां से कांग्रेस के किस्मत लाल नंद विधायक हैं, लेकिन कांग्रेस और बीजेपी वापसी के लिए हरसंभव कोशिश में जुटी है.

सरायपाली के सियासी समीकरण की बात की जाए तो इस सीट को लंबे समय तक कांग्रेस का गढ़ माना जाता था. हालांकि बीते 20 साल से इस सीट पर कभी कांग्रेस तो कभी बीजेपी के प्रत्याशी को जीत मिलती रही है. इस विधानसभा सीट की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यहां से जीतने के बाद कोई भी विधायक दोबारा चुनकर नहीं आया है लेकिन इस बार क्या होगा कहना जरा मुश्किल एक बार कांग्रेस और एक बार बीजेपी बनने वाली सीट क्या इस बार कांग्रेस के हाथ मे जाएगी या बीजेपी के यह तो पार्टियों के घोषणा पत्र और प्रत्याशीयो पर निर्भर करता है फिलहाल सरायपाली से कांग्रेस क टिकट मिलने पर साफ साफ होगा कि कौन प्रत्याशी जीत दिला सकता है क्या किस्मत लाल नंद को पार्टी दोबारा टिकट देगी या नया चेहरे के तलाश में है सरायपाली के जनता और पार्टी के कार्य कर्ताओं के निगाहे इसी और टिकी हुई है कि आखिर टिकट कब फाइनल होगा ।

सरायपाली विधानसभा का अधिकतर इलाका जंगल से ढका हुआ है और ओडीसा रायगढ़ तक यह इलाका नक्सलियों के लिए सेफ कॉरिडोर भी है. ये गांड़ा समुदाय बहुल माना जाता है. हालांकि क्षेत्र में अघरिया और कोलता समुदाय भी बड़ी तादाद में है

अभी वर्तमान में सरायपाली से बीजेपी के राजनीति में भूचाल मचा हुआ इसका कारण क्या है जानने के पहले 2003 से अभी तक के विधायक और विधानसभा चुनाव के नतीजे के बारे में जानेंगे कि आखिर सरायपाली को किन किन पार्टियों से टिकट मिला और कितने मतों से जीते ।

सबसे पहले 2003 के विधानसभा चुनाव की बात करते है तो इसमें

2003 के चुनाव नतीजे

बीजेपी के त्रिलोचन पटेल को 48234 वोट मिले थे और भाजपा से विधायक चुने गए थे वही कांग्रेस के देवेंद्र बहादुर सिंह 40942 वोट मिले थे जो अभी वर्तमान में बसना विधायक है फिलहाल देवेंद्र बहादुर सिंह को किसी परिचय का मोहताज नही है

 

2008 के विधानसभा चुनाव परिणाम इसमें कांग्रेस के डॉ. हरि दास भारद्वाज को 64456 वोट मिले थे और वे विधायक चुने गए
वही बीजेपी के नीरा चौहान को 48234 वोट मिले थे ।

 

2013 के विधानसभा चुनाव नतीजे में

बीजेपी के रामलाल चौहान को 82064 वोट मिले थे और वे विधायक चुने गए

वही कांग्रेस के डॉ. हरि दास भारद्वाज 53232 वोट मिले थे

2018 के विधानसभा चुनाव परिणाम

कांग्रेस से किस्मत लाल नंद को 100302 1 लाख से भी ऊपर मत मीले थे

वही भाजपा से श्याम तांडी को 48014 मिले जबकि छग में 2018 के विधानसभा में कांग्रेस का लहर चल रहा था ।

अभी वर्तमान में बीजेपी ने सरायपाली विधानसभा सीट से सरला कोसरिया को टिकट दे दी है हालांकि श्रीमती सरला कोसरिया का भाजपा समर्थित सरायपाली गाडा समाज के और भाजपा से जुड़े पदाधिकारी विरोध जता रहे है गाडा समाज का कहना है कि उनके समाज का उपेक्षा किया गया है जबकि सतनामी समाज के लोग सरला कोसरिया के समर्थन में उतरे है उनका कहना है 3 कार्यालय से उनका समाज इंतजार कर रहा था सरला कोसरिया को टिकट मिलने पर सतनामी समाज मे खुसी का लहर है .

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