महासमुंद / भालूओ को लोगो ने पालतू तो बना ही दिया था अब फ्रूटी माजा जैसे जूस पिलाकर बनाया जा रहा है रील और वीडियो खुद का जान का परवाह नहीं दुसरो को भी यही सीखा रहे है पर याद रहे पालतू कब हिंसक हो जाए उसके के बाद शासन प्रशासन पर…………….
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले अंतर्गत चंडी मंदिर और मूंगई माता मंदिर मे जंगली भालूओ का आना जाना आम बात है यह सिलसिला पिछले 8, 10 से चला आ आ रहा है इन मंदिर और जंगल के आस पास रहने वाले 3 चार भालूओ का मंदिर से जुड़े व्यक्तियों और आने वाले श्रद्धांलुओं मे अटूट प्रेम है चंडी मंदिर और मुंगई माता मंदिर दोनों प्रसिद्ध मंदिर है यहां इन मंदिरो मे भालूओ ने अपना डेरा बना लिया है वन विभाग की इनकी सुरक्षा कर रहा है लेकिन इन मंदिरो मे पहुंचने वाले कई लोगो को इन भालूओ को फ़्रूट माजा जैसे पेय पदार्थ पीलाते देखें जा सकते है
मंदिर यहां रोज आकर पहले प्रसाद खाता है फिर आने वाले लोग यहां अन्य प्रकार के खाद्य पदार्थ भी देने लगे बता दें की यह सिलसिला अब इस तरह चल रहा है की लोग वीडियो बनाने के चककर मे डरते डरते जूस पीला रहे है कई लोग भालूओ को घेरे हुए है और उनका वीडियो बनाया जा रहा है और सोशल मिडिया मे इनका रील बनाकर अपलोड भी किया जा रहा है लेकिन यह बात भी सच है की भालू एक हिंसक जानवर की श्रेणी मे आता है कब भालू भड़क जाए और जूस पिलाने वालो पर हमला कर दें इसकी कोई गारंटी नहीं चुकी आप तो जानते है सुबह शाम बोटी या रोटी खाना वाला कुत्ता भी कभी कभी हिंसक हो जाता है विभाग ने
वहां बकायाद सुचना बोर्ड भी लगाया है भालू के करीब ना जाए खतरनाक हो सकता है लेकिन इन सुचना बोर्ड का कोई मतलब नहीं जीस दिन कभी ऐसे हालात बनेगें लोग सासन प्रशासन को ही दोषी ठहराएंगे की सरकार ने ध्यान नहीं दिया हालांकि वन विभाग ने चंडी मंदिर मे बेरीकेट्स भी लगाये है बावजूद इसके ऐसे वीडियो सोशल मिडिया मे देखने को मिल रहा है जिसको देख आप डर जाएंगे!