महासमुंद बसना / फरार आरोपियों के साथ फोटो वायरल होने के बाद किसानो का फर्जीवाड़ा कर गबन करने वाले पर कार्रवाही को लेकर विधायक पुरन्दर मिश्रा ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मुलाक़ात की एक आरोपी वह बाकायदा गाँव के कार्यक्रम में कैमरे के सामने दिखाई दें रहे है!
बसना क्षेत्र के किसानो का फर्जीवाड़ा कर गबन करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाही को लेकर विधायक पुरन्दर मिश्रा ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मुलाक़ात की है. मुलाक़ात कर जिनपर कार्यवाही करने की बात कही जा रही है, उनपर पुलिस में मामला भी दर्ज है. इस मामले को लेकर पुलिस की भी लागतार फजीहत हो रही है, पुलिस जिन आरोपीयों को फरार बता रही है उनमे से एक आरोपी वह बाकायदा गाँव के कार्य क्रम में कैमरे के सामने दिखाई देते है!
बताया जाता है गबन करने के बाद ये आरोपी अपने गाँव में ही रहते हैं, और किसी के ज्यादा संपर्क में नहीं आते यहाँ तक की अब इनके मोबाइल पर संपर्क करना मुश्किल होता है, पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद इन आरोपियों कि तस्वीर प्रदेश के मुख्यमंत्री और रायपुर उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा के साथ वायरल हो रही थी. कार्यवाही ना होने के साथ ऐसी तस्वीर वायरल होने से लोगों के मन में तरह तरह के सवाल उठ रहे थे, संरक्षण के आरोप लग रहे थे!
बता दें की लागातार तस्वीर के साथ ख़बरें वायरल होने से विधायक की छवि धूमिल हो रही थी, हालाकि इस संबंध में विधायक की ओर से यही कहना था कि वे उन्हें मुख्यमंत्री से मुलाक़ात कराने नही लेकर गए थे. जिसके बाद अब इस मामले में पीड़ित किसानों के साथ मिलकर खुद विधायक पुरंदर मिश्रा ने कार्यवाही हेतु मुख्यमंत्री साय से मुलाक़ात की है!
वायरल वीडियो
मुख्यमंत्री से भेंट कर विधायक पुरंदर मिश्रा ने प्राथमिक साख समिति के समिति प्रबंधक और कंप्युटर ऑपरेटर के मिली भगत से हुए फर्जीवाड़ा, गबन और किसानो के साथ हुए अन्याय को मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए बताया कि ऋषिकेश साहू, पिता अंर्तयामी साहू निवासी ताला, डिग्री लाल साहू, पिता जगदीश प्रसाद साहू निवासी बैतारी सहित अन्य 27 किसानो को समिति प्रबंधक उमेश भोई एवं कंप्युटर ऑपरेटर मनीष प्रधान के द्वारा 2023-24 में धान का टोकन कट गया है बोल कर धान को मंगवाया. जिसपर किसानों ने धान खरीदी केंद्र जाड़ामुडा में अपना धान को लाकर खरीदी केंद्र के कर्मचारियों द्वारा गिनती कराकर रजिस्ट्री में एंट्री कराया लेकिन उन्हें धान बिक्री का कोई पर्ची नहीं दिया गया. इसके संबंध में किसानो ने जब पर्ची मांगी तो आज देंगे, कल देंगे कहते हुए टाल दिया गया, साथ ही धान की खरीदी को ऑनलाइन नहीं किया गया!
आरोप है कि 1479.20 क्विंटल धान को दूसरे किसानो का रकबा बढ़ाकर उनके खाते में 27 किसानो के धान को बिक्री कर फर्जीवाड़ा खाते में ऑनलाइन चढ़ाकर 32,29,093 लाख का भुगतान किया गया!
किसानो का कहना की हमारे पास सबूत है कि समिति प्रबंधक और कंप्युटर ऑपरेटर द्वारा उनके साथ फर्जीवाड़ा किया गया है उनका कहना है कि वहा लगे सीसी टीवी फुटेज से, वहां कर्मचारी हेमाल सहित लोग है उनके माध्यम से प्रमाणित कर सकते है!
मुख्यमंत्री साय ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाही करने निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी किसान को घबराने की जरूरत नहीं है हमारी सरकार किसान मजदूर की सरकार है!